हाथरस के रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. मरने वालों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है.
कौन हैं संत भोले बाबा ? एक रिपोर्ट के अनुसार, संत भोले बाबा मूल रूप से कांशीराम नगर (कासगंज) में पटियाली गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि पहले वह उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे, लेकिन 18 साल की नौकरी के बाद वीआरएस ले लिया. उन्होंने बताया कि वे अपने गांव में ही झोपड़ी बनाकर रहते हैं और उत्तर प्रदेश के अलावा आसपास के राज्यों में घूम कर लोगों को भगवान की भक्ति का पाठ पढ़ाते हैं. खुद भोले बाबा कहते हैं कि बचपन में वह अपने पिता के साथ खेती बाड़ी का काम करते थे. जवान हुए तो पुलिस में भर्ती हो गए. उनकी पोस्टिंग राज्य के दर्जन भर थानों के अलावा इंटेलिजेंस यूनिट में रही है.