जम्मू-कश्मीर बीते कई दिनों से लगातार हो रहे आंतकी हमलों के बाद हाई अलर्ट पर है। प्रदेश के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हो रहा है जिसमें एक जवान घायल हो गया है।
बीते कुछ दिनों से लगातार आंतकी हमलों से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट की स्थिति बन गई है। जानकारी के मुताबिक, ऐसे इनपुट मिले हैं कि आतंकी सेना के जवानों और प्रतिष्ठानों पर फिदायीन हमला करने की योजना बना रहे हैं। आपको बता दें कि प्रदेश के रियासी, कठुआ और डोडा में एक के बाद एक आतंकी वारदात की घटनाएं सामने आई हैं। डोडा में बुधवार की रात को सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ भी हो रही है।
इन स्थानों पर हमले का इनपुट
जम्मू और कश्मीर पुलिस की पीसीआर रिपोर्ट में इस बारे में विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त इनपुट का हवाला दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, आतंकवादी अगले 48-72 घंटों में विशेष रूप से राजौरी और जम्मू जिलों के सुंदरबनी, नौशेरा, लंबेरी, अखनूर और डोमाना इलाकों में सुरक्षा बलों – शिविरों/सैन्य प्रतिष्ठानों पर आत्मघाती हमलों की योजना बना रहे हैं। निचले स्तर पर सभी को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
कठुआ में मारे गए दो आतंकी
मंगलवार की देर रात जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सुरक्षा बलों ने एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को मार गिराया। बुधवार को एक दूसरे आतंकवादी को भी मार गिराने के बाद रात भर चली मुठभेड़ समाप्त हो गई, लेकिन इस अभियान में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया।
आतंकी घाटी में दवाब में- जितेंद्र सिंह
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी इन आतंकी हमलों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि आतंकवादियों का कश्मीर से जम्मू क्षेत्र की ओर ध्यान केंद्रित करना इस बात का संकेत है कि घाटी में वे दबाव में हैं। जितेंद्र सिंह ने कहा है कि जम्मू में आतंकी सफल नहीं होंगे क्योंकि स्थानीय निवासी राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।