Manjummel Boys Review:निर्देशक चिदंबरम की सर्वाइवल ड्रामा मंजुम्मेल बॉयज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म की कहानी साल 2006 में कोडाइकनाल में हुई सत्य घटना पर आधारित है। फिल्म की कहानी प्ररेणादायक और दिल को छू जाने वाली है। अगर आप भी इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लीजिए कैसी है फिल्म?
स्टोरीलाइन
फिल्म की कहानी मिडिल और लोअर मिडिल क्लास फैमिली के 11 युवाओं के इर्दगिर्द घूमती है जो बचपन से ही दोस्त रहे हैं। ये सभी दोस्त साथ में ट्रैवल करने का प्लान बनाते हैं। ये सभी दोस्त कहते हैं कि इस ट्रिप के जरिए हम अपने सपने पूरे कर सकते हैं। वह गोवा जाने का प्लान बनाते हैं लेकिन कोडाइकनाल पर ही रुक जाते हैं। अपनी यात्रा के दौरान वो गुना की गुफाओं का दौरा करते हैं और ये युवा खतरों के खिलवाड़ करने का फैसला लेते हैं।
उनमें से एक दोस्त गुना की गुफाहों में गिर जाता है। सभी दोस्त जानते हैं कि इस गुफा को शैतान की रसोई कहा जाता है। अधिकारियों और स्थानीय लोग उन्हें समझाते हैं कि आज तक उस गुफा से कोई वापस नहीं आया है। लेकिन लड़कों का ग्रुप अपने दोस्त को अकेले नहीं छोड़ने का फैसला करता है। क्या मंजुम्मेल बॉयज अपने दोस्त को बचा पाएंगे। इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
कलाकारों की परफॉर्मेंस
फिल्म में सौबिन शाहिर ने कुट्टन का किरदार निभाया है। कुट्टन टीम का सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं जो सभी युवाओं को शांत करने का काम करते है। उनका किरदार प्रभावशाली है। क्लाइमेक्स में उनके बहादुरी के कारनामे सोने पर सुहागा हैं। फिल्म में कोई भी फीमेल नहीं है। फिल्म की कहानी आपको आखिरी तक बांधे रखती हैं।