Bihar News नौकरी देने का झांसा देकर किशोरियों व युवतियों के साथ मारपीट कर यौन शोषण के मामले में पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। इस मामले से जुड़े नए खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 80 लड़कों से इस मामले में पूछताछ की। वहीं एक दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया। अब पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी देने का झांसा देकर किशोरियों व युवतियों के साथ मारपीट कर यौन शोषण के मामले में अहियापुर के बखरी स्थित डीबीआर कंपनी के दफ्तर व केंद्र पर पुलिस ने छापामारी की। इस दौरान कई कागजात वहां से जब्त किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी देने का झांसा देकर किशोरियों व युवतियों के साथ मारपीट कर यौन शोषण के मामले में अहियापुर के बखरी स्थित डीबीआर कंपनी के दफ्तर व केंद्र पर पुलिस ने छापामारी की। इस दौरान कई कागजात वहां से जब्त किए गए हैं।
मुजफ्फरपुर मामले पर, सिटी एसपी मुजफ्फरपुर, अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया कि आरोपी ने वीडियो फुटेज में हो रही हिंसा को स्वीकार किया है। जब जूनियर अपना टारगेट पूरा नहीं कर रहे थे तो उन्हें पीटा जाता था और हम इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं।
उन्होंने बताया कि तिलक नाम के एक आरोपी को गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया है। हमने 2-3 बार शाखा पर छापेमारी की है, जांच चल रही है।
साथ ही एक दर्जन युवकों को हिरासत में लिया गया है। इन सभी से पूछताछ कर सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। छापेमारी का नेतृत्व नगर डीएसपी टू बिनीता सिन्हा कर रही थी। छापेमारी के दौरान दफ्तर व केंद्र पर करीब 80 से अधिक लड़के मौजूद थे। पुलिस सभी से पूछताछ की। इनका बयान दर्ज किया।
एक दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया गया
इसके बाद एक दर्जन युवकों को हिरासत में ले लिया। इन सभी से पूछताछ कर आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। कंपनी के केंद्र पर अधिकतर झारखंड व पश्चिम बंगाल के लड़के मौजूद थे। फिलहाल केंद्र पर पुलिस की एक टीम को तैनात कर दिया गया है।
बता दें कि मामला दर्ज कराने वाली सारण की रहने वाली पीड़िता से नगर डीएसपी टू ने पूछताछ की। उसका बयान दर्ज किया। इसके पीड़िता का मेडिकल जांच कराने का जांच अधिकारी को निर्देश दिया। विदित हो कि सारण की युवती ने मामले में कोर्ट में परिवाद दायर कराया था।
पुलिस इन सभी के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल रही
परिवाद के आधार पर अहियापुर थाने में थाने में प्राथमिकी की गई है। इसमें सुपौल के मो. इरफान, गोपालगंज के हरेराम राम, यूपी नोएडा के मनीष सिन्हा, मोतिहारी के एनामुल अंसारी समेत नौ लोगों को आरोपित किया गया है। पुलिस इन सभी के मोबाइल का कॉल डिटेल निकाल रही है।
जांच में पता चला कि इंटननेट मीडिया के माध्यम से युवतियों से आरोपित संपर्क करता था। इसके बाद लड़कियों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर जाल में फंसाता था। उसके साथ मारपीट व यौन शोषण किया जाता था। इस दौरान युवतियां की तस्वीर ले ली जाती थी।
तस्वीर में छेड़छाड़ कर उसे इंटरनेट मीडिया पर डालने की बात बताकर ब्लैकमेल भी किया जाता था। मामले में एक पीड़िता की शिकायत के बाद अन्य युवतियों ने भी पुलिस से संपर्क किया है।
रक्सौल थाने में भी पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी करा
जांच के दौरान ही पुलिस को पता चला है कि डीबीआर कंपनी में काम करने वाली झारखंड की एक नाबालिक की मां ने पूर्वी चंपारण के रक्सौल थाने में भी पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी कराई है। इसके अलावा दरभंगा के विश्वविद्यालय थाने में भी नौकरी का झांसा देकर ठगी करने और बंधक बनाने का मामला दर्ज कराया जा चुका है।गोपालगंज में डीबीआर कंपनी द्वारा काम करवाकर पैसा नहीं देने और मांगने पर जान मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज है। अहियापुर थाने की पुलिस इन सभी थानों से संपर्क कर डिटेल लेने की कवायद में जुटी है।