लड़की के पिता ने बताया, ‘हमें लगा था कि हम अनुभवी हाइकर्स हैं और अपने आस-पास के माहौल से वाकिफ़ हैं. लेकिन उस तूफ़ान ने हमें चौंका दिया!!
अपने पिता के साथ पहाड़ों पर हाइकिंग पर गई लड़की की जूतों में फिसलन के चलते गिरने पर मौत हो गई. अचानक आई आंधी के बाद, वो फिसलकर एक चट्टान से 200 फीट नीचे गिर गई. दुर्घटना से ठीक पहले उसने अपने पिता से कहा था, ‘पापा, मेरे जूतों में फिसलन है.’ घटना कैलिफोर्निया के योसेमाइट नेशनल पार्क (California’s Yosemite National Park) की है, जहां एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (Arizona State University) की 20 साल की स्टूडेंट ग्रेस रोहलॉफ़ के साथ ये घटना घटी1
घटना के बाद जोनाथन ने अपनी बेटी को बचाने के लिए 911 पर कॉल किया. लेकिन ग्रेस तक पहुंचने में बचाव दल को करीब तीन घंटे लगे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. उसके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं. मारिपोसा काउंटी के ऑफ़िस ने पुष्टि की है कि ग्रेस की मौत गिरने से ही हुई है. रोहलॉफ़ ने उस मौक़े को याद किया, जब उन्हें हाफ डोम पर चढ़ने के लिए परमिट मिला था. उनका कहना है कि तब उनकी बेटी बहुत उत्साह में थी!
पहले बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई गई थी. लेकिन शिखर पर पहुंचने के कुछ ही मिनटों के अंदर भारी बारिश शुरू हो गई. तूफ़ान भी आ गया. ये तूफ़ान मेरी ज़िंदगी में देखा गया शायद सबसे तेज़ तूफ़ान था. हमें लगा था कि हम अनुभवी हाइकर्स हैं और अपने आस-पास के माहौल से वाकिफ़ हैं. लेकिन उस तूफ़ान ने हमें चौंका दिया.
योसेमाइट नेशनल पार्क के आसपास की व्यवस्था की खामियां गिनाते हुए जोनाथन कहते हैं,
यहां लगी केबल प्रणाली ग़ैर-ज़रूरी रूप से खतरनाक है. ये चट्टान चिकनी ग्रेनाइट की है, जिसमें पैर रखने के लिए बहुत कम उभार हैं. लकड़ी के तख्ते लगभग 10 फ़ीट की दूरी पर थे. केबलों पर पानी का थोड़ा-सा भी गिरना दुर्घटना का कारण बन सकता है.
जोनाथन ने पार्क के अधिकारियों से सुरक्षा के उपायों में सुधार करने की मांग की है. इन उपायों में बेहतर तरीक़े से पैर रखने के लिए केबल और लकड़ी के तख्तों का दूसरा सेट जोड़ना शामिल है.