दिल्ली में ट्रिपल मर्डर का राज खुला, बेटा ही निकला हत्यारा
नई दिल्ली। एजेंसी। दक्षिणी दिल्ली के नेब सराय इलाके में हुए तिहरे हत्याकांड में कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया चाकू और खून से सने कपड़े पुलिस ने संजय वन से बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने बुधवार को कॉलेज में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली बॉक्सर अर्जुन तंवर (20) को माता-पिता और बहन की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। भूतपूर्व
भूतपूर्व सैनिक राजेश कुमार (51), उनकी पत्नी कोमल (46) और उनकी बेटी कविता (23) बुधवार सुबह देवली गांव स्थित अपने घर में मृत मिले थे पुलिस के अनुसार, तंवर के अपने द माता-पिता के साथ अच्छे संबंध नहीं थे और वह इस बात से क्षुब्ध था कि उसके माता-पिता उसकी बहन को उससे अधिक पसंद करते थे। बुधवार व्य को घटना का दिन खास था, क्योंकिइसी दिन राजेश और कोमल की शादी हुई थी।
बॉक्सिंग में विजेता है आरोपी
आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में राजनीति विज्ञान का छात्र था। वह एक प्रशिक्षित मुक्केबाज भी है। उसने राज्यस्तरीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक जीता था। उसने पूर्व में दिल्ली के धौला कुआं स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की
अर्जुन को लग रहा था कि पिता अपनी सारी संपत्ति बेटी के नाम पर करने जा रहे हैं, जिसे लेकर वह नाराज था। पुलिस इस तथ्य की सत्यता की जांच कर रही है। पुलिस ने बुधवार देर रात संजय वन से तंवर की खून से सनी ‘स्वेटशर्ट’ और माता-पिता तथा बहन की हत्या में इस्तेमाल किया गया सैन्य चाकू बरामद कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी ने पूरी योजना के साथ हत्या को अंजाम दिया। वह रोज की तरह सुबह साढ़े पांच बजे दौड़ने के लिए निकला और लौटकर सबको हत्याओं की जानकारी दी। लेकिन उसके लगातार बदल रहे बयानों से पुलिस को शक हो गया। अर्जुन के हाथों पर चोट के निशान थे, इनके बारे में पूछे जाने पर वह सही जवाब नहीं दे पाया, जिससे जांचकर्ताओं का शक और गहरा हुआ। संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार जैन ने बताा कि अर्जुन, जो अच्छी संस्थानों से पढ़ाई कर चुका था, अपनी 23 साल की बड़ी बहन कविता से पढ़ाई में कमतर था, और इसी वजह से उसे अपने पिता से आलोचना और सजा मिली।
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में बाहरी व्यक्ति के सबूत नहीं मिले हत्या को अंजाम देने के बाद अर्जुन रोज की तरह सुबह 05:30 बजे मॉर्निंग वॉक पर चला गया। यहां से वापस आने के बाद वह पहले घर गया। घर से निकलकर उसने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को मां-बाप और बहन की हत्या की जानकारी दी। पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर घटना के बारे में बताया।
मामले की जांच कर रही पुलिस को सीसीटीवी कैमरे चेक करने पर घर में कोई बाहरी व्यक्ति जाते नहीं दिखाई दिया। घर में किसी के जबरदस्ती घुसने, सामान इधर-उधर होने या चोरी के भी कोई सबूत नहीं थे।
पिता से नाराजगी थी वजह पुलिस को अर्जुन के बयानों में भी गड़बड़ियां दिखी। उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि अर्जुन ने ही अपने पिता के प्रति गुस्से और बदले की भावना के चलते परिवार वालों की हत्या की।
अर्जुन ने बताया कि उसके पिता हमेशा बहन को ही सपोर्ट करते। वे हमेशा उसे पढ़ाई के लिए टोकते। पिता उस पर हाथ भी उठाते। कुछ दिनों पहले 1 दिसंबर को बहन के जन्मदिन के दिन भी किसी बार पिता ने उसकी पिटाई की थी। गुस्से में अर्जुन ने परिवार वालों को मार देने की साजिश रची।