रायपुर: लॉकडाउन में नौकरी छूटने के बाद रायपुर के सुशील साहू ने ऐसा कारनामा किया की अब उसके खिलाफ आठ राज्यों की पुलिस हरकत में आ गई है। ये सुनने में जितना फिल्मी लग रहा है उतना ही खतरनाक जाल था। इस घोटाले में सैकड़ों लोगों ने अपने करोड़ों रूपए गंवा दिए हैं। सुशील साहू ने क्विक कम्युनिटी ट्रेडिंग और क्विक ट्रेड टुडे नामक दो ट्रेडिंग एप बनाकर 8 राज्यों के 2000 से भी अधिक निवेशकों को डेढ़ साल में करीब 100 करोड़ रुपये की चूना लगा दिया। वह लोगों को पहले मेंबर बनाता था फिर विश्वास जीतकर उनके साथ धोखाधड़ी किया करता था।
12वीं पास कम्पाउंडर सुशील ने अपने शातिर दिमाग की बदौलत ठगी का ऐसा मकड़जाल बनाया की उसमें एक नहीं आठ राज्यों के लोग शामिल होते चले गए। ठगी के लिए उसने मल्टीलेवल मार्केटिंग एमएलएम का तरीका अपनाया। उसने नागपुर के संदीप को 1 लाख रुपये देकर दो एप विकसित करवाए। फिर लोगों को रेफर एंड अर्न के नाम पर प्रोमोशन करवाना शुरु कर दिया। लोग ज्यादा कमीशन के लालच के कारण उसके जाल में फंसते चले गए।
ठगी का जाल
इन एप के जरिए सुशील ने लोगों को बिटकॉइन में निवेश का झांसा दिया। पहले 100 डॉलर में सदस्यता बेचकर लोगों को फंसाया जाता था। फिर न्यूनतम 1000 डॉलर का निवेश करवाया जाता था। सुशील ने डेटा माइनिंग के जरिए अपनी क्रिप्टोकरेंसी भी लॉन्च करने की तैयारी कर ली थी। लोगों यह सब अपने पैसे कई गुना बढ़ाने का आसान रास्ता लग रहा था। पर जल्द ही उनका सपना खौफनाक हकीकत में तब्दील होने वाला था।
आईएएस को बनाया मैनेजर
आरोपी ने बड़ी चालाकी से अपनी टीम बनाई और एक रिटायर्ड आईएएस को अपना मैनेजर बनाया ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद उसने छत्तीसगढ़ के साथ साथ मध्य प्रदेश, उड़ीशा, ओडिशा से लेकर पंजाब, झारखंड, महाराष्ट्र और तेलंगाना के इंवेस्टर्स को अपने जाल में फंसाया। इन लोगों में चार्टर्ड अकाउंटेंट से लेकर डॉक्टर और कई अफसर भी शामिल हैं। घोटाले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एक टीम मामले की जांच कर रही है।
पैसा डूबा मचा हंगामा
मार्च 2023 में सुशील ने एप से पैसों का विड्रॉल बंद कर दिया। निवेशकों के पैसे डूबने पर हंगामा मचा। सबसे पहले राजनांदगांव के छुरिया थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। 8 महीने बाद हाईकोर्ट के आदेश पर अब पुलिस निवेशकों से संपर्क कर रही है।