गोपालगंज में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक पति पर अपनी पत्नी की कथित हत्या का आरोप झूठा निकला। पत्नी की कथित हत्या के आरोप में पति ढाई साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है। पुलिस को मामले पर संदेह हुआ तो बाद में जांच की गई, इसके बाद वो जीवित पाई गई। दूसरे पति के साथ उत्तर प्रदेश में रह रही थी।
जिस पत्नी की हत्या के आरोप में ढाई साल से जेल में बंद था, वो दूसरे पति संग जिंदगी के मजे ले रही थी। निर्दोष पति, अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में दो साल आठ महीने से जेल में बंद है। पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस महिला की हत्या के आरोप में वो जेल में बंद है, वो न सिर्फ जिंदा है, बल्कि अपने दूसरे पति के साथ रह रही है। उसने अपनी दुनिया अलग बसा ली है। पुलिस ने महिला को उत्तर प्रदेश के बलिया में खोज निकाला।
पत्नी की कथित हत्या के आरोप में जेल में पति
धोखा देने वाली पत्नी को कोर्ट में पेश किया गया। कानूनी जानकारों की मानें तो रिहाई के बाद अगर पति अपने साले और पत्नी के खिलाफ झूठा आरोप लगाने की शिकायत दर्ज कराता है, तो कोर्ट उन्हें सजा दे सकती है। नगर थाना क्षेत्र के भोजपुरवा गांव में कथित मृतका का पति सुनील चौहान रहते हैं। करीब तीन साल पहले उनकी पत्नी लता देवी विवाद के बाद घर से चली गई थीं। इसके बाद उसके भाई चंद्रभूषण प्रसाद ने 25 जुलाई 2021 को नगर थाने में देवर समेत पांच लोगों पर दहेज के लिए हत्या और शव गायब करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
यूपी के बलिया से महिला को किया गया बरामद
इस मामले में गोपालगंज पुलिस ने 3 सितंबर 2021 को कथित आरोपी पति सुनील चौहान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। तब से वो जेल में हैं। नगर थाना प्रभारी ओम प्रकाश चौहान ने बताया कि मामले की जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर दीपिका रंजन ने जांच के दौरान मामला संदिग्ध पाया। एफआईआर दर्ज कराने वाले महिला के भाई चंद्रभूषण को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। तकनीकी सेल की मदद से तलाशी ली गई। इस दौरान पता चला कि महिला जीवित है। इसके बाद लता देवी को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के मुस्काबाद से बरामद किया गया।
महिला के भाई ने दर्ज कराई थी हत्या की एफआईआर
पकड़े जाने के बाद लता देवी ने पूछताछ में बताया कि वो गोरखपुर में एक बस चालक के घर गई थी। वहीं पर उसकी शादी हुई। 2009 में बरौली थाने के अंतर्गत नदना गांव में रहने वाली लता की सुनील चौहान से शादी हुई थी। 2016 में लता ने अपने पति और रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी। 2021 में कोर्ट ने लता देवी को अपने ससुराल जाकर अपने पति को मौका देने का निर्देश दिया था। इसके बाद लता अपने ससुराल पहुंची। ससुराल में रहते हुए लता ने एक बार फिर आरोप लगाया कि उसके पति ने उसके साथ मारपीट की। इसके बाद ही लता देवी घर से गायब हो गई। इस घटना के बाद उसके भाई ने हत्या कर शव गायब करने के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी।