यह रस पाउडर प्राकृतिक स्वाद के साथ-साथ लेमन फ्लेवर में भी उपलब्ध रहेगा।
करनाल। गन्ना के रस का स्वाद अब हर मौसम में लिया जा सकेगा। इसके लिए गन्ना प्रजनन संस्थान के वैज्ञानिकों ने गन्ने के रस का पाउडर तैयार किया है। यह पैकेट बंद होगा और इसकी वैधता निर्माण से छह महीने की होगी। खास बात यह कि यह रस पाउडर प्राकृतिक ही नहीं, बल्कि लेमन फ्लेवर में भी उपलब्ध रहेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि गन्ने का यह रस पाउडर पोषक तत्वों से परिपूर्ण रहेगा और जल्द ही बाजार में उपलब्ध होगा।
गन्ना प्रजनन संस्थान के करनाल स्थित क्षेत्रीय केंद्र के अध्यक्ष डॉ. एमएल छाबड़ा ने बताया कि रस पाउडर के जो पैकेट तैयार किए गए हैं, उसे 200 एमएल पानी में मिलाकर गन्ने का ताजा रस तैयार किया जा सकता है। इसलिए अब गन्ने का रस बेमौसम भी उपलब्ध हो सकेगा। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि गन्ना प्रजनन संस्थान के डॉ. के हरि व अन्य वैज्ञानिकों ने मिलकर यह रस पाउडर तैयार किया है। इस पर वैज्ञानिकों की टीम लंबे समय से काम कर रही थी। इसकी पर्याप्त टेस्टिंग भी कर ली गई है।
गन्ने के रस के फायदे गन्ना प्रजनन संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पूजा बताती हैं कि गन्ने का रस एंटी ऑक्सीडेंट है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से लाभदायक होता है। इसके सेवन से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है। पीलिया व लिवर संबंधी रोग के लिए यह फायदेमंद है। यह रस पाचन तंत्र और गुर्दों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।इसके अतिरिक्त, गन्ने का रस पाचन तंत्र और गुर्दों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह एसटीडी और यूटीआई से जुड़े दर्द को कम करने में सहायक होता है और हड्डियों तथा दांतों को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
गन्ने के रस पाउडर को फिलहाल दो फ्लेवर में तैयार किया गया है: एक प्राकृतिक और दूसरा लेमन फ्लेवर। हाल ही में जब केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान करनाल पहुंचे थे, तब उनके सामने इस रस पाउडर का प्रदर्शन किया गया था, और उन्होंने इसकी सराहना भी की थी। वैज्ञानिकों ने गन्ने के रस में पोषक तत्वों का भी पूरा ध्यान रखा है, जो तत्काल ऊर्जा प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल ये पैकेट ऑनलाइन शॉपिंग वाली वेबसाइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन संस्थान ने इस तकनीक का एक निजी कंपनी के साथ हस्तांतरण करार किया है। वह कंपनी शीघ्र ही आम लोगों के लिए बाजार में भी रस के पैकेट उपलब्ध कराएगी। डॉ. छाबड़ा ने कहा कि गन्ने के रस का पाउडर बनने से किसानों को भी काफी फायदा होगा। इससे गन्ने की खपत और कीमत दोनों बढ़ेंगी।