कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित संदेशखाली मामले में तृणमूल (TMC) नेताओं पर रेप का आरोप लगाने वाली तीन महिलाओं में से दो ने केस वापस ले लिया है। सामने आए विडियो में दावा किया गया कि बीजेपी के स्थानीय नेता ने कई महिलाओं से सादे कागज पर दस्तखत करवाए और बाद में सत्तारूढ़ तृणमूल नेताओं के खिलाफ रेप और यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करवाने में इन कागजों का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद तृणमूल ने बीजेपी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। तृणमूल ने बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी और अन्य के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की और मांग उठाई कि पुलिस ऐक्शन का निर्देश जारी किया जाए।
तीन दिन पहले तृणमूल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर संदेशखालि ‘स्टिंग ऑपरेशन’ वीडियो को शेयर किया। इस वीडियो में एक स्थानीय बीजेपी नेता गंगाधर कोयल ने दावा किया था कि रेप के आरोप मनगढ़ंत थे। उसने दावा किया कि इस प्रकरण के पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का हाथ है।
रेखा पात्रा को बीजेपी ने दिया है टिकट
टीएमसी ने एक ताजा वीडियो साझा किया है, इसमें बीजेपी नेता और बशीरहाट से लोकसभा उम्मीदवार रेखा पात्रा को संदेशखालि पीड़ितों के एक समूह की पहचान पर सवाल उठाते देखा गया है। इस समूह को भाजपा नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलवाया था जिन्हें पीड़ित महिलाओं ने आपबीती बताई थी। रेखा पात्रा संदेशखाली विरोध प्रदर्शन के प्रमुख चेहरों में से एक हैं, जिन्हें बीजेपी ने चुनाव मैदान में उतारा है।
टीएमसी ने बीजेपी पर लगाए आरोप
तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया था कि भाजपा नेता उन महिलाओं को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिन्होंने बलात्कार की शिकायत वापस लेने की इच्छा जाहिर की है । जारी किए गए वीडियो का जिक्र करते हुए, राज्य सरकार की मंत्री शशि पांजा ने कहा कि संदेशखाली पीड़ितों की जमीन हड़पने को लेकर कुछ शिकायतें रही होंगी। लेकिन उन्होंने कभी भी यौन अपराध की शिकायत नहीं की। इससे फिर साबित होता है कि भाजपा झूठ फैला रही है। मनगढ़ंत और डराने-धमकाने के इस घृणित कृत्य को बख्शा नहीं जाएगा।
महिलाओं ने वीडियो में क्या कहा?
जारी किए गए नए वीडियो में से एक में एक महिला को यह कहते हुये सुना जा सकता है, ‘सादे कागज पर दस्तखत करा कर हमें धोखा दिया गया है। बाद में हमें पता चला कि हमारे नाम पर बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई गई है। यह बिल्कुल झूठ है।’ संदेशखाली की एक अन्य कथित निवासी ने एक अन्य वीडियो में इसी तरह का बयान दिया है। इसमें यह दावा किया गया है कि वह भाजपा नेता पियाली दास की साजिश की शिकार हुई है।
पियाली दास पर भी आरोप
एक तीसरी महिला ने भी पियाली दास पर यही आरोप लगाया और कहा, ‘उसने हमारी प्रतिष्ठा को धूमिल किया है और हमें बहुत पीड़ा दी है।’ सीपीएम के बशीरहाट लोकसभा उम्मीदवार निरापद सरदार ने दावा किया कि तृणमूल और बीजेपी दोनों अपनी बात साबित करने के लिए वीडियो प्रसारित कर संदेशखाली के लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मतदाता अब जाग गए हैं और अब वामदलों के साथ हैं।