ग्वालियर का मामला, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला राज पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपितों को किया गिरफ्तार
ग्वालियर की राय कालोनी में रहने वाली 88 वर्षीय कमला देवी कोष्टा को उनके ही बेटों प्रेम नारायण और डालचंद ने गला घोंटकर मार दिया। यह पाप इसलिए किया ताकि चलने-फिरने में लाचार हो चुकी मां की देखभाल नहीं करनी पड़े। दिल दहला देने वाली इस वारदात का राजफाश होने के बाद ग्वालियर थाने की पुलिस ने गुरुवार रात दोनों के विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है
दोनों बेटे मां को साथ रखना नहीं चाहते थे। मां को कुछ समय पहले बेघर करने पर वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम के तहत उनके विरुद्ध
एफआइआर भी दर्ज हुई थी। इसके बाद दोनों भाइयों ने मां को एक-एक माह रखने का अनुबंध किया। दोनों कई बार तो उन्हें खाना तक नहीं देते थे।
आरोपित प्रेम नारायण और डालचंद ने मां कमला देवी की हत्या नौ दिसंबर को कर दी थी। सामान्य मौत बताकर अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे। अर्थी सज गई, लेकिन तभी पड़ोस में रहने वाली महिला को संदेह हुआ। उसने गले पर निशान देख पुलिस को खबर कर दी। ग्वालियर थाने की पुलिस पहुंची और पूछताछ की तो बेटों ने बताया कि मां की बीमारी से मौत हुई है। पुलिस ने दबाव डाला और पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राज खुला ।
पूरा मामला 9 दिसंबर का है, जब दोनों बेटों ने शराब पीकर बेदर्दी से अपनी बुजुर्ग मां को मौत के घाट उतार दिया. जानकारी के मुताबिक, आरोपी बेटे प्रेम नारायण और लालचंद को जन्म देने वाली मां कमला देवी, बुढ़ापे में चलने फिरने में असमर्थ हो गई थी. ऐसे में दोनों ही बेटे उन्हें अपने पास रखना नहीं चाहते थे. पहले भी दोनों बेटों पर अपनी मां को बेघर करने के मामले में वरिष्ठ नागरिक भरण पोषण अधिनियम के तहत FIR हो चुकी है. इसके बाद दोनों के बीच अपनी मां को एक-एक माह तक रखने का अनुबंध हुआ था. लेकिन इस बीच भी दोनों कई बार अपनी मां को खाना नहीं देते थे, जिसे देखकर पड़ोसी दया कर उन्हें खाना खिला देते थे.