नई दिल्ली : लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी देश के नए सेना प्रमुख होंगे। भारत सरकार ने बताया कि वह जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे।लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को चीन और पाकिस्तान से लगी सीमाओं का बेहतर ऑपरेशनल अनुभव है। है। वर्तमान में वह सेना के वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ के रूप में काम कर रहे हैं, जनरल मनोज पांडे 30 जून को रिटायर होने वाले हैं।वरिष्ठता के आधार पर द्विवेदी को इस पद के लिए चुना गया है।
पिछले महीने जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल सरकार ने एक महीने के लिए बढ़ा दिया था। 31 मई को वो रिटायर होने वाले थे और छह दिन पहले उनका कार्यकाल बढ़ाया गया। ऐसा बहुत कम होता है। रक्षा मंत्रालय ने जारी बयान में कहा, सरकार ने वर्तमान में वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ के रूप में कार्यरत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को 30 जून से अगला सेना प्रमुख नियुक्त किया है।
देश के नए सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का छत्तीसगढ़ से बचपन का नाता रहा है। वे सरस्वती शिशु मंदिर अंबिकापुर के पूर्व छात्र रहे हैं। वे 43 वर्ष पूर्व 1971 में शिशु मंदिर में कंक्षा पंचम पढ़ाई की थी। उनके पिता श्रीकृष्ण द्विवेदी ट्रांसफर में अंबिकापुर में आए थे। मूलतः रींवा मप्र के निवासी श्रीकृष्ण, खनिज अधिकारी थे। अंबिकापुर शहर के गांधी चौक इलाके के शासकीय आवास में रहते थे। एक वर्ष रहने के बाद पिता का वापस मप्र तबादला हो गया और उपेंद्र द्विवेदी, पांचवी की प्राविण्यता के आधार पर सैनिक स्कूल रींवा में छठवीं में प्रवेश ले लिया। और वहीं से हायर सेंकडरी पास कर सैन्य कॉलेज में स्नातक उपरांत भारतीय सेना में कमीशन लिया। उनके साथ अंबिकापुर, और रींवा में पढ़े गणित के प्राध्यापक राजेश सिंह ने बताया कि बचपन से ही नेतृत्व के गुण और गंभीर रहे हैं। जनरल द्विवेदी के बड़े भाई पीसी द्विवेदी डॉक्टर, मझंझले अधीक्षण अभिंयता होकर रिटायर हुए। सबसे छोटी बहन भी डॉक्टर है। सिंह ने बताया कि अंबिकापुर और सैनिक स्कूल रींवा के हम बैचमेट्स के लिए बड़े गर्व करने वाला विषय है। हमारे बैच के आरके मिश्रा धमतरी में डीएसपी, एक सीएसईबी विजिलेंस में अफसर आलोक सिंह, एसबीआई रायपुर में वीरेंद्र सिंह चंदेल और बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडे हमसे एक बैच जूनियर हैं। उपेंद्र द्विवेदी ने पंचम कक्षा यानी मप्र के दौर में जिला शिक्षा बोर्ड हुआ करता था। उन्होंने यह परीक्षा प्रथम् श्रेणी में उत्तीर्ण की थी।