NCP नेता Ajit Pawar ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके साफ कर दिया कि फिलहाल उनकी पार्टी मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं बनेगी. पवार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मंजूर नहीं है.!
9 जून को शाम सवा सात बजे PM मोदी (Narendra Modi) अपने तीसरे कार्यकाल की शपथ लेने को तैयार हैं. करीब एक दशक बाद देश में फिर से गठबंधन सरकार की वापसी होगी. BJP के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन के कई दिग्गज नेता मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले हैं. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में मंत्री पद को लेकर मतभेद की खबरें आने लगी हैं. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपनी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि NCP को भी मंत्रिमंडल में कैबिनेट पोस्ट चाहिए थी, जबकि उनकी पार्टी को राज्य मंत्री की कुर्सी ऑफर की जा रही है!.
NCP चीफ अजित पवार ने कहा,
‘हमें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के बारे में सूचना मिली लेकिन प्रफुल्ल पटेल खुद भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. हमें खुशी है कि उन्होंने हमें सूचना दी लेकिन उनके लिए यह पद लेना थोड़ा कठिन है…जो अटकलें लगाई जा रही हैं वह गलत हैं, कोई मतभेद नहीं है. कुछ दिन इंतजार करें, लेकिन हमें कैबिनेट मंत्रालय चाहिए. हम आज शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने जा रहे हैं.’
‘आज हमारे पास एक लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन अगले 2-3 महीनों में राज्यसभा में हमारे कुल 3 सदस्य होंगे और संसद में हमारे सांसदों की संख्या 4 होगी. कि हमें एक (कैबिनेट मंत्रालय) सीट दी जानी चाहिए.’!
वहीं, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा,
‘गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है. मुझे राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के लिए सूचना मिली है, लेकिन मैं पहले से कैबिनेट मंत्री था, इसलिए मैंने इस ओहदे को स्वीकार करने से मना कर दिया था. इसे लेकर गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है.
इससे पहले इंमहाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस का बयान भी सामने आया था. उन्होंने कहा,
‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को सरकार की ओर से स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री की एक सीट की पेशकश की गई थी. लेकिन उनकी ओर से प्रफुल्ल पटेल का नाम तय हो गया था और वह पहले से मंत्री रह चुके हैं. इसलिए, वह राज्य मंत्री का पद नहीं ले सकते. लेकिन, मुझे यकीन है कि भविष्य में जब विस्तार होगा तो अजित पवार गुट को ध्यान में रखा जाएगा !.’
अजित पवार गुट वाली एनसीपी ने NDA के साथ मिलकर चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी एक सीट रायगढ़ जीत पाई. महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. लेकिन इस महत्वपूर्ण चुनाव से पहले लोकसभा चुनाव के नतीजे अजित पवार के मुताबिक नहीं आए हैं. राज्य में लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. एनडीए 17 सीटों पर सिमट गई. वहीं, कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के महा विकास अघाडी गठबंधन के हिस्से कुल 30 सीटें आईं.
पिछले साल जुलाई में, अजित पवार कुछ विधायकों के साथ बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) के साथ सरकार में शामिल हो गए थे. इसके कारण एनसीपी दो धड़ों में बंट गई थी. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति काफी उथल-पुथल से भरी हुई रही है.