बिना RTO गये ही बनवा लें ड्राइविंग लाइसेंस। जी हां, 1 जून से पूरे देश में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का नियम बदलने वाला है। नये नियम लागू होने से लोगों को काफी अधिक सुविधा होने वाली है। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए RTO का चक्कर काटने का झंझट भी खत्म हो जाएगा।
1 जून से लागू होंगे नये नियम
1 जून से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का सफर थोड़ा आसान होने वाला है। नये ड्राइविंग लाइसेंस नियम 2024 के मुताबिक बिना RTO गये ही ड्राइविंग लाइसेंस बन जाएंगे। अब सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त निजी संस्थान या ड्राइविंग स्कूल भी ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर सकेंगे। लाइट मोटर वेहिकल्स (LMV) के ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आपको 4 सप्ताह में 29 घंटों की ट्रेनिंग लेनी होगी। इसमें 8 घंटे का किताबी ज्ञान (थ्योरी) और 21 घंटे का प्रेक्टिकल होना जरूरी है। वहीं हेवी मोटर वेहिकल्स (HMV) के लिए 6 सप्ताह में 38 घंटों की ट्रेनिंग अनिवार्य होगी। इसमें 31 घंटे का प्रेक्टिकल और 8 घंटे का किताबी ज्ञान अनिवार्य है।
कितनी होगी फीस
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ₹150 की फीस देनी होगी और इसके टेस्ट के लिए ₹50 का शुल्क जमा करना पड़ेगा। फाइनल टेस्ट के लिए ₹300 लगेगा, लेकिन किसी कारणवश आप फाइनल टेस्ट एक बार में पास नहीं कर पाए तो हर बार फाइनल टेस्ट देने के लिए आपको ₹300 का शुल्क जमा कराना होगा। फाइनल टेस्ट पास कर जाने के बाद कार्ड बनवाने के लिए फिर ₹200 का भुगतान करना पड़ेगा। लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए भी ₹200 का भुगतान करना होगा।
लाइसेंस कब तक रहेगा वैध
जानकारी के मुताबिक ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने की तारीख से लेकर अगले 20 सालों तक वैध रहेगा। हर व्यक्ति को 40 साल की उम्र के बाद 10 साल और फिर 5 साल बाद लाइसेंस को अपडेट करना अनिवार्य है। व्यक्ति चाहे तो दोनों में कोई भी एक विकल्प चुन सकता है। ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के नियमों को आसान बनाने का मुख्य उद्देश्य पेपरवर्क को कम करना है।
नया ट्रेनिंग सेंटर खोलने के नियम
दोपहिया वाहनों के लिए कम से कम 1 एकड़ और चार-पहिया वाहनों के लिए 2 एकड़ खाली जमीन का होना अनिवार्य। पर्याप्त प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करनी होगी। ट्रेनिंग देने वाले व्यक्ति के पास हाई स्कूल डिप्लोमा या इसके बराबर डिग्री, कम से कम 5 साल का ड्राइविंग अनुभव और बायोमेट्रिक्स व आईटी सिस्टम का ज्ञान होना अनिवार्य।