गुरुत्वाकर्षण बलों में 4.6 सेकंड के दौरान तेजी से आए बदलाव के कारण सिंगापुर एयरलाइंस का विमान अपनी वर्तमान ऊंचाई से 178 फीट नीचे आ गया था। वहीं मामले की जांच में पाया कि परिवहन सुरक्षा जांच ब्यूरो के जांचकर्ताओं द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट विमान में उड़ान डेटा रिकार्डर और काकपिट वायस रिकार्डर में संग्रहीत डाटा का उपयोग कर प्रारंभिक विश्लेषण पर आधारित है।
पीटीआई, सिंगापुर। गुरुत्वाकर्षण बलों में 4.6 सेकंड के दौरान तेजी से आए बदलाव के कारण सिंगापुर एयरलाइंस का विमान अपनी वर्तमान ऊंचाई से 178 फीट नीचे आ गया था। एयर टर्बुलेंस की वजह से चालक दल और यात्रियों को चोटें आई थीं। यह जानकारी बुधवार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में दी गई है।
जांच में यह बात आई सामने
द स्ट्रेट्स टाइम्स अखबार के अनुसार, परिवहन सुरक्षा जांच ब्यूरो के जांचकर्ताओं द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट विमान में उड़ान डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में संग्रहीत डाटा का उपयोग कर प्रारंभिक विश्लेषण पर आधारित है।
21 मई को फ्लाइट एसक्यू 321 लंदन से सिंगापुर जा रही थी। जिस समय नाश्ता दिया जा रहा था, उसी दौरान म्यांमार में इरावदी बेसिन के ऊपर अचानक तेज टर्बुलेंस महसूस किया गया। इसमें ब्रिटिश यात्री की मौत हो गई थी, जबकि दर्जनों घायल हो गए थे। यात्रियों ने घटना को भयावह बताया था।
अचानक गुरुत्वाकर्षण बल में बदलाव हुआ
रिपोर्ट में कहा गया है कि बोइंग 777-300ईआर म्यांमार के दक्षिण में 37,000 फीट की ऊंचाई पर था। जब टर्बुलेंस शुरू हुआ उस समय यह उस इलाके के पास था, जहां एक तूफान विकसित हो हो रहा था। तभी अचानक गुरुत्वाकर्षण बल में बदलाव हुआ।
इसके कारण विमान 37,362 फीट से गिरकर 37,184 फीट पर पहुंच गया। जिन्होंने सीट बेल्ट नहीं बांधी थी, वे गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ समय बाद गुत्वाकर्षण बल फिर से अपनी पुरानी स्थिति पर पहुंच गया था।