भाजपा अकेले दम पर सरकार नहीं बना सकेगी और उसे 272 के जादुई आंकड़े के लिए साथियों की जरूरत होगी। ऐसी स्थिति में भाजपा के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू सहारा बनते दिख रहे हैं। जेडीयू ने बिहार में कुल 15 सीटों पर बढ़त बना रखी है और टीडीपी ने आंध्र में 16 सीटें पाई हैं। यही नहीं आंध्र में तो चंद्रबाबू नायडू और भाजपा का गठबंधन करीब 150 सीटों पर आगे चल रहे हैं
पहले भी दोनों नेता किंगमेकर रहे हैं और अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में सरकार का हिस्सा थे। नायडू के लिए तो यह बड़ी सफलता है क्योंकि उन्होंने 17 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था और 16 पर बढ़त बना रखी है। यदि टीडीपी की 16 और जेडीयू की 14 सीटें भाजपा को मिलती हैं तो लगभग 245 सीटों वाली पार्टी 275 के दावे के साथ सरकार बना सकेगी। इसके अलावा एकनाथ शिंदे की लीडरशिप वाली शिवसेना भी 7 सीटें जीतती दिख रही है। ऐसे में 280 के पार का आंकड़ा आसानी से सरकार बनवा देगा। इस तरह भाजपा के लिए यह अच्छा ही रहा कि चुनाव से ठीक पहले ही चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार उसके साथ आ गए थे। अब उसके लिए इन्हें मैनेज करना उतना कठिन नहीं होगा और आसानी से सरकार का गठन कर पाएगी।