यह एक सवाल है जिसे हमें सोचना चाहिए। मॉब लिंचिंग वह है जब एक समूह लोग खुद ही किसी व्यक्ति को बिना किसी विचार-विमर्श के मार डालता है। इस बात को समझना और समाज में जागरूकता फैलाना हमारी जिम्मेदारी है।
सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने आरंग में तीन संदिग्ध मवेशी तस्करों की मौत को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मीडिया से ही सवाल पूछ लिया। सांसद ने कहा, कोई गड्ढे में कूद जाए और उसकी मृत्यु हो जाए तो उसे मॉब लिंचिंग कैसे कहेंगे? मैं तो यह कहना चाहूंगा कि इसे मॉब लिचिंग का रूप न दिया जाए, जो गड्ढे में कूदकर मरे हैं या तो वो आत्महत्या है या उनकी गलती है। उन्होंने अपील भी कि अल्पसंख्यक समाज, बहुसंख्यक समाज की भावनाओं को आहत न करे। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में श्री अग्रवाल ने कहा कि सरकार को सभी लोगों का ध्यान देने की जरूरत है। गायों की तस्करी एक समाज विशेष के लोग करें, ये दुर्भाग्यजनक है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद ने कहा कि कांग्रेस के लोग कानून व्यवस्था को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। बलौदाबाजार आगजनी में जो नाम सामने आ रहे हैं, वे कांग्रेस से जुड़े लोग हैं।
आरंग केस में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि 6-7 जून को आरंग में हुई उक्त घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि दो लोगों ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा। आरंग पुलिस ने मामले में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। रायपुर और महासमुंद जिले के चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। प्रकरण की जांच और कार्रवाई एसएसपी व्दारा गठित्त 14 सदस्यीय एसआईटी व्दारा की जा रही है।