छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा की तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। बोर्ड परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह से आयोजित की जाएगी। परीक्षा की समय सारणी शीघ्र जारी की जाएगी। बोर्ड परीक्षा के लिए 10वीं एवं 12वीं के नियमित तथा स्वाध्यायी विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब तक दोनों कक्षाओं केसाढ़े 5 लाख से अधिक विद्यार्थियों के फॉर्म भरे जा चुके हैं। पिछले दिनों परीक्षा समिति की बैठक भी हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 10वीं- 12वीं बोर्ड परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह से आयोजित की जाएगी। संभवतः 1 या 3 मार्च को पहला पेपर होगा। परीक्षा की समय सारणी भी तैयार कर ली गई है। इसे शीघ्र ही जारी किया जाएगा। माशिमं ने प्रैक्टिकल परीक्षा की तिथि पहले ही घोषित कर दी है।
बोर्ड की सचिव ने तैयारियों समीक्षा चालू की
माशिमं ने बोर्ड परीक्षा की तैयारियां जोर-शोर से प्रारंभ कर दी हैं। माशिमं की सचिव श्रीमती पुष्पा साहू (आईएएस) ने जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेना भी प्रारंभ कर दिया है। को बस्तर, जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेकर बोर्ड परीक्षा के लिए केन्द्र निर्धारण तथा परीक्षा की तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कल बोर्ड की सचिव ने तैयारियों सरगुजा और बिलासपुर संभाग के की समीक्षा की शुक्रवार को रायपुर और दुर्ग संभाग के जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक होगी।
प्रैक्टिकल परीक्षा 10 से 31 जनवरी के मध्य होगी। स्कूल सुविधानुसार तिथि तय कर 31 जनवरी तक प्रैक्टिकल परीक्षा आयोजित करेंगे
गत वर्ष 5.98 लाख बच्चों ने दी थी परीक्षा
गत वर्ष 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में 5.98 लाख विद्यार्थी सम्मिलित हुए
थे। इनमें 3,40,220 लाख विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी थी। परीक्षा परिणाम 75.61 फीसदी रहा। 10वीं में रिकॉर्ड 73 बच्चे प्रावीण्य सूची में आए। वहीं 12वीं की परीक्षा में 2,58,704 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें से 80.74 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। 12वीं में 23 बच्चे टॉप टेन में आए।
नवीन मान्यता वाले स्कूलों के बच्चों को फॉर्म भरने का मौका
चुनाव आचार संहिता के कारण इस बार हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल की मान्यता में थोड़ी देरी हो गई है। बताते हैं कि नवीन मान्यता की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। एक-दो दिनों में मान्यता संबंधी आदेश जारी हो जाएगा। जिन निजी स्कूलों को नवीन मान्यता मिली है, वहां के बच्चों को नियमित विद्यार्थी के रूप में परीक्षा फॉर्म भरने का अवसर दिया जाएगा। इसके लिए पोर्टल खोला जाएगा। वहीं जिन निजी स्कूलों की मान्यता को मापदंड पूरा नहीं होने के कारण अमान्य किया गया है, वहां अध्ययनरत बच्चों को समीप के सरकारी स्कूलों से फॉर्म भरवाया गया है।