राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आज 26 अक्टूबर शनिवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में हिस्सा लेंगी।
Droupadi Murmu CG Visit: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय प्रवास पर पहुंची हैं। पहले दिन राष्ट्रपति मुर्मू ने रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार 26 अक्टूबर को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय, नवा रायपुर के दीक्षांत समारोहों में भाग लेंगी। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को देखते हुए रायपुर और दुर्ग जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इन जिलों में कई स्थानों पर यातायात मार्ग में बदलाव किया गया है। दो हजार जवान सुरक्षा में तैनात किए गए हैं।
आईआईटी भिलाई के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति: द्रौपदी मुर्मू आईआईटी भिलाई के चौथे दीक्षांत समारोह में पहुंची हैं. राष्ट्रपति भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी भिलाई के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई हैं. इस दौरान छात्रों को डिग्री और गोल्ड मैडल बांटे जाएंगे.
LIVE :-दीक्षांत समारोह, आईआईटी भिलाई https://t.co/7BxYVUqFAi
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) October 26, 2024
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन आज राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि और निरंतर प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु इस दौरान जगन्नाथ सेवा समिति के सदस्यों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने इस मौके पर मंदिर पहुंचे प्रदेश के जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्टजनों से भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रामेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि ओड़िसा के जगन्नाथ पुरी स्थित महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ के पांव छत्तीसगढ़ के सोंढूर, पैरी और महानदी के त्रिवेणी संगम के तट पर स्थित प्रयाग नगरी राजिम में पड़े थे, जिसे वर्तमान में भगवान कुलेश्वर मंदिर के रूप में आज लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं। इसी की याद में गायत्री नगर में भी महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया गया है।