कारोबारी का सुसाइड नोट-ईडी अफसर ने कंधे पर जूते रखे:8 दिन पहले ईडी ने मारा था छापा, कारोबारी दंपती ने दी जान सुसाइड नोट
सीहोर के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला। घटनास्थल पर 5 पेज का सुसाइड नोट भी मिला है। 7 पाॅइंट के सुसाइड नोट में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों पर दबाव बनाकर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय के छापे के आठ दिन बाद ही कारोबारी दंपती ने फंदे से लटककर जान दे दी। सिहोर की इस घटना में सुसाइड नोट मिला है जिसमें दंपती ने ईडी अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कारोबारी ने सुसाइड नोट में लिखा कि छापे के दौरान ईडी के एक अधिकरी ने उनसे कहा था कि अगर भाजपा में होते तो यह केस नहीं होता।
पांच दिसंबर को ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में परमार के सीहोर और इंदौर जिलों में चार परिसरों पर पर छापे मारे थे। पांच पन्नों के सुसाइड नोट में कारोबारी ने लिखा, ईडी अधिकारियों ने मेरे घर पर छापा मारा और उधार लेकर रखे गए 10 लाख कैश के साथ 70 ग्राम सोने के जेवर ले गए। लेकिन इसका जिक्र उन्होंने रिपोर्ट में नहीं किया। मेरे कंधे पर जूते रखते हुए वही अधिकारी बोला, तेरी यही औकात है। परिजनों का आरोप है कि ईडी के दबाव के चलते परमार दंपती ने आत्महत्या की है।
पीएम, राष्ट्रपति समेत न्यूज चैनलों को भेजा सुसाइड नोट
ईडी ने कहा, छापे के दौरान बैंक खाते में 3.5 लाख फ्रीज किए ,
इंडी के भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत परमार और अन्य के मामले में पांच दिसंबर को तलाशी ली थी। ईडी ने दावा किया इस दौरान अपराध साबित करने वाले दस्तावेज बरामद किए गए
ईडी ने कहा कि उसने छापे के दौरान 3.5 लाख रुपये का बैंक खाते में फ्रीज किए गए। बयान के अनुसार, ईडी ने परमार और पीएनबी के एक वरिष्ठ शाखा प्रबंधक के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।