छात्रों को राहत : जेईई एडवांस-2025 के दाखिला पात्रता नियमों में बड़ा बदलाव
नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली संयुक्त पात्रता परीक्षा (जेईई-एडवांस) अब विद्यार्थी तीन बार दे सकेंगे। अभी तक सिर्फ दो बार ही जेईई एडवांस में शामिल होने की अनुमति थी। संयुक्त प्रवेश बोर्ड (जैब) के इस फैसले से आईआईटी में दाखिले की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों को खासी राहत मिलेगी। जेईई मेन-2025 की मेरिट से शीर्ष ढाई लाख सफल उम्मीदवार जेईई एडवांस-2025 में शामिल होने के लिए योग्य होंगे।
जेईई एडवांस-2025 से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जैब के इस फैसले का मकसद परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय देना है। दाखिला पात्रता नियमों में बदलाव जेईई एडवांस-2025 के ऑनलाइन आवेदन पत्र में दिखेगा। जेईई एडवांस-2025 की परीक्षा में शामिल होने के लिए सामान्य वर्ग के छात्र की जन्मतिथि एक अक्तूबर, 2000 के बाद की होनी चाहिए। एससी, एसटी और दिव्यांग वर्ग के छात्रों को आयु सीमा में पांच साल की छूट मिलेगी। इस तरह आरक्षित वर्ग के छात्र की जन्मतिथि एक अक्तूबर, 1995 के बाद को होनी चाहिए। जेईई एडवांस में शामिल होने के लिए पात्रता के बारे में आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर विस्तृत जानकारी हासिल की जा सकती है। अधिकारियों ने बताया, इस परीक्षा में शामिल होने से पहले अभ्यर्थियों को निश्चित रूप से वेबसाइट पर जाकर सारी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए, ताकि बाद में उन्हें कोई परेशानी न उठानी पड़े।
12वीं कक्षा के इन वर्षों के छात्रों को मिलेगा लाभ
2023, 2024 और 2025 के पासआउट यानी इन वर्षों में 12वीं बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्र जेईई एडवांस 2025 में बैठ सकते हैं। पर, 12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन और गणित अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाई की होनी चाहिए। इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले जिन छात्रों का रिजल्ट 21 सितंबर, 2022 के बाद जारी हुआ होगा, वे छात्र भी जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।