राज्य में धान खरीदी की सभी तैयारियां पूरीं, 2739 उपार्जन केन्द्रों में होगी धान खरीदी
लगभग ढाई माह तक चलने वाले इस बड़े आयोजन में राज्य सरकार 31 जनवरी तक किसानों से 160 लाख टन धान खरीदेगी। यह लक्ष्य वर्ष 2023 की तुलना में 16 लाख टन ज्यादा है। इस बार किसानों के खाते में प्रदेश के कुल बजट की 24 प्रतिशत से भी ज्यादा राशि पहुंचेगी। इस बार किसानों को लगभग तीन हजार करोड़ रुपये ज्यादा दिए जाएंगे। पिछले वर्ष करीब 25 लाख किसानों के खातों में 30 हजार करोड़ रुपये आए थे। खरीफ सीजन के लिए प्रदेश में पंजीकृत किसानों की संख्या 27,01,109 है। इस वर्ष 1,35,891 नए किसान पंजीकृत हुए हैं, जिससे 1,36,263 हेक्टेयर नवीन रकबों का पंजीयन किया गया है। कुल 34,51,729 हेक्टेयर रकबे में पंजीयन अनुसार धान खरीदी का अनुमान है।
बालोद के भाठागांव से सीएम करेंगे धान खरीदी का शुभारंभ
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय गुरुवार को बालोद जिले के नवीन धानं उपार्जन केंद्र भाठागांव बी से राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ सीएम विष्णु देव करेंगे। भाठागांव में ही जनजातीय गौरव दिवस – और कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे।
32 हजार करोड़ रुपये धान बेचने से आएंगे किसानों के खातों में
हेल्पलाइन नंबर के लिये हेल्पलाइन नंबर भी चस्पा कर दिए
धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत व निवारण गए हैं। विपणन संघ मुख्यालय स्तर पर शिकायत निवारण के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका फोन नंबर 0771-2425463 है।
किसानों के बैंक खाते में 72 घंटे के भीतर राशि ट्रांसफर
धान बेचने वाले किसानों को समय पर भुगतान के लिए मार्कफेड द्वारा राशि की व्यवस्था कर ली गई है। समितियों में राशि आहरण के लिए ‘माइक्रो एटीएम’ की व्यवस्था भी दी जा रही है, जिससे किसानों को सुविधा हो। किसानों द्वारा समिति में धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर राशि किसानों के बैंक खाते में अंतरित कर दी जाएगी। खाद्य मंत्री के निर्देश पर धान रिसाइकलिंग बोगस खरीदी नियंत्रित करने के लिए अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय टीम द्वारा राज्य के अलग अलग संभागों में विशेष कार्ययोजना बनाई गई है।