जोगी परिवार एक बार फिर कांग्रेस में आने की इच्छा जताई है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पार्टी का कांग्रेस में विलय करने के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को प्रस्ताव भेजा है। जकांछ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. रेणु जोगी ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की गठित पार्टी की विचारधारा कांग्रेस की है। पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से कांग्रेस में विलय का निर्णय लिया है। सभी पदाधिकारी बिना शर्त कांग्रेस में प्रवेश करना चाहते हैं। डा. रेणु जोगी ने बैज से प्रवेश कराने का अनुरोध किया है।
जोगी परिवार की कांग्रेस में वापसी के प्रयास पार्टी के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की ओर से समिति गठित करते ही शुरू हो गई थी। विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले कुछ नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। कुछ को पार्टी के खिलाफ काम करने पर हटाया था। अब कुछ नेता वापसी के लिए प्रयासरत हैं।
2018 के विस चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। जकांछ ने 55 तथा बीएसपी ने 35 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। 90 में से केवल सात सीटें ही मिलीं, जिसमें जोगी की पार्टी को पांच और बसपा की दो सीटें शामिल थीं। 2023 के विस चुनाव में जोगी की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा। 77 सीटों पर प्रत्याशी उतारे लेकिन कोई जीत नहीं पाया। अमित जोगी भूपेश बघेल के खिलाफ पाट्न से चुनाव मैदान में उतरे थे।
23 जून 2016 को जोगी ने बनाई थी अपनी पार्टी
पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ अंतागढ़ के उपचुनाव में गड़बड़ी करने के आरोपों पर अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी को वर्ष 2016 में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। अमित जोगी को छह वर्ष के लिए बाहर निकाल दिया गया था। इसके बाद अजीत जोगी ने 23 जून 2016 को कवर्धा के ठाठापुर गांव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना की थी।