आम आदमी पार्टी ने सरकार द्वारा डिवाइस कि मार्केट दरों से ज्यादा लेने पर का किया था विरोध प्रदर्शन
रायपुरः राज्य का परिवहन विभाग यात्री और स्कूल बसों में वीएलटीडी (व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस) की जांच कर रहा है। बिना डिवाइस के पाए गए वाहनों में वीएलटीडी लगाए जा रहे हैं। वीएलटीडी नहीं लगवाने वाली बसों के परमिट रद किए जाने की भी तैयारी है। परिवहन विभाग के अधिकारी ने बताया कि डिवाइस में पैनिक बटन लगा हुआ है। दुर्घटना होने या किसी यात्री के साथ अनहोनी होने पर पैनिक बटन दबाते ही इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। उसकी सहायता के लिए तत्काल समुचित प्रबंध किए जा सकेंगे। वर्तमान में वीएलटीडी के लिए राज्य शासन से पांच कंपनियां अधिकृत की गई हैं, जहां से गाड़ी मालिक यह डिवाइस लगवा सकते है। इन कंपनियों के अतिरिक्त अन्य किसी कंपनी का डिवाइस मंजूर नहीं किया जाएगा। हालांकि अभी राज्य शासन के पास और भी कई कंपनियों ने आवेदन दिया है।
कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी ने आर टी ओ आफिस का घेराव किया था, पार्टी नेताओं कहना था जो लोकेशन डिवाइस 5000/ में उपलब्ध है उसे शासन ज्यादा दरों में खरीदनें कों मजबूर कर रही हैं अगर शासन बढ़ी दरों में डिवाइस लेने कों मजबूर करेंगी तों हमारा प्रदर्शन इसी तरह से चलता रहेगा
वाहन संचालकों को दी जा रही चेतावनी
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मृत्युंजय प्रसाद पटेल ने बताया कि सभी यात्री व स्कूल बसों में डिवाइस लगाना अनिवार्य है परिवहन अधिकारियों ने बसों की जांच शुरू कर दी है। डिवाइस नहीं पाए जाने पर वाहन मालिकों को चेतावनी दी जा रही है कि वे जल्द से जल्द यह डिवाइस लगवा लें। 9,000 से ज्यादा गाड़ियां, 4,500 है पंजीकृत : परिवहन विभाग में कुल 4,500 बसें पंजीकृत हैं, हालांकि 9,000 से ज्यादा बसें चलती है। सभी वाहनों में यह डिवाइस लगवाना अनिवार्य है।
एप बताएगा बसों की जानकारी : परिवहन विभाग द्वारा ऐसा एप तैयार किया जा रहा है जिसकी सहायता से यात्रियों को बसों से संबंधित सारी जानकारी अपने मोबाइल में ही मिल जाएगी। बसों के आने-जाने के समय, उनकी रनिंग लोकेशन व किराये के बारे में यात्रियों द को घर बैठे ही पता चल जाएगा।