यहां उस व्यक्ति का विवरण है जो 40 सालों से एस्ट्रोफिजिक्स में एक पीएचडी अकेडेमिक है, जिन्होंने एक अद्वितीय अनुभव साझा किया। मार्च में उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कई लोग ऐसी चीजें अनुभव करने का दावा करते हैं जो यकीन से परे होती हैं. बहुत से लोग खुदा से मुलाकात, मौत के बाद की दुनिया देखने या फिर एलियंस से बातचीत के दावे करते हैं. हालांकि इनमें कितनी सच्चाई होती है ये तो नहीं कहा जा सकता लेकिन ये किस्से काफी दिलचस्प होते हैं और सोचने पर मजबूर करते हैं. हाल में 40 सालों से एस्ट्रोफिजिक्स में पीएचडी एकेडेमिक एक शख्स ने रेडिट पर ऐसा ही एक अनोखा अनुभव साझा किया है. उन्होंने बताया कि मुझे सांस की तकलीफ के कारण मार्च में अस्पताल में भर्ती कराया गया था
पहली आकृति की आंतरिक और बाहरी सतहों पर मैंने पहाड़, झरने, जंगल और बादल देखे.उन्होंने आगे कहा- पहले वे गोले सुंदर थे, लेकिन फिर जैसे-जैसे उनका रंग पीला पड़ने लगा, वे बुरे लगने लगे. वह फीका पड़ गया और उसकी जगह दूसरे गोले ने ले ली, जो लोहे की एक गर्म अंगूठी थी, इतनी गर्म कि लोहे के टुकड़े धीरे-धीरे टूट रहे थे. मैं लोहे की गंध सूंघ सकता था.अचानक दृश्य चमक उठा और तीसरा गोला दिखाई देने लगा, जो हल्के गुलाबी और नीले रंग के सुंदर बादलों से ढंका हुआ था, जैसे कि सबसे सुंदर सूर्योदय या सूर्यास्त से हो.