बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में सोमवार को हुई आगजनी व उपद्रव की घटना को राज्य सरकार ने कांग्रेस की साजिश करार दिया। सरकार के तीन मंत्रियों- दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा व श्यामबिहारी जायसवाल ने मंगलवार को एक साथ पत्रकारवार्ता में बकायदा कांग्रेस नेताओं का नाम लेकर समाज को भड़काने और उकसाने का आरोप लगाया। वरिष्ठ मंत्री दयालदास बघेल व अन्य मंत्रियों ने साफ तौर पर कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे राजनीतिक षड्यंत्र है।
राज्य सरकार ने बलौदाबाजार में हुए घटनाक्रम के बाद कलेक्टर कुमार लाल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को हटा दिया है। मंगलवार की देर रात जारी आदेश के अनुसार बलौदाबाजार एसपी कुमार लाल चौहान को मंत्रालय में विशेष सचिव बनाया गया है। उनके स्थान पर रजिस्टर सहकारी संस्थाएं एवं मनरेगा आयुक्त दीपक सोनी को नया कलेक्टर बनाया गया है। वहीं, एसपी सदानंद कुमार को पुलिस मुख्यालय भेजा गया है। उनके स्थान पर अंबिकापुर के एसपी विजय अग्रवाल को जिम्मेदारी सौंप गई है। वही सेनानी चौथी बटालियन माना से योगेश पटेल को अंबिकापुर का एसपी बनाया गया है।
रिकार्ड उपद्रव की खाक जमीन के विवाद सुलझाने में दिक्कत : जमीन से संबंधित अगर भाइयों में विवाद चल रहा होगा तो दस्तावेज जल जाने पर निपटारा नहीं हो सकेगा। ऐसी दशा में अगर किसी परिवार में बुजुर्ग हैं तो उनकी पुरानी फाइन मौजूदगी में विवाद का हल निकाला जा सकेगा, लेकिन जिनके नाम पर जमीन है और वे बुजुर्ग दुनिया में नहीं हैं ऐसी स्थिति में प्रकरण अटका रहेगा। जाति प्रमाण पत्र बनाना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि इसके लिए 1950 के पहले के रिकार्ड की जरूरत होती है। रिकार्ड जल गया तो प्रमाण पत्र कैसे बनेगा। हां किसी के पिता अगर सरकारी नौकरी में हैं तो उनके दस्तावेज की कॉपी ऑफिस में होगी, लेकिन जिनके परिवार के सदस्य शासकीय सेवा में नहीं है वे भटकते रहेंगे।
कठोर कार्रवाई व नुकसान की वसूली की जाएगी मंत्रियों ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राजनीति के लिए कांग्रेस इतने नीचे स्तर पर जा सकती है, यह किसी ने नहीं सोचा था। इस षड्यंत्र में लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और प्रशासन को असफल बनाने की नाकाम कोशिश की गई। मंत्रियों ने कहा कि सौहार्द्र बिगाड़ने वाले और इस घटना में शामिल तमाम दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से इसकी वसूली की जाएगी।
पत्रकारवार्ता में आरोप लगाया कि सरकार को सहन नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे कांग्रेस पार्टी के षड्यंत्र से यह दुःखद घटना हुई है। कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री रूद्र कुमार, डॉ. शिवकुमार डहरिया, विधायक कविता प्राण लहरे व देवेंद्र यादव सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने समाज का मंच साझा किया और सतनामी समाज के लोगों को भड़काया। कांग्रेस नेताओं ने प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से इस आगजनी व लूट की घटना को परवान चढ़ाया,
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा है कि अपनी सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल अब विपक्ष पर झूठा आरोप लगा रहे हैं। सरकार की अनिर्णय वाली स्थिति जनता पर भारी पड़ रही है। सत्ता में बैठे लोगों को समझ नहीं आ रहा कि कैसे सरकार चलाना है।
हिंसा की जांच शुरु, स्पेशल टीम गठित : छ्त्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सोमवार को सतनामी समाज के आंदोलन में हिंसा भड़की थी. सतनामी समाज के स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में लोगों ने बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस को आग के हवाले कर दिया था. जिसके बाद सोमवार रात ही पूरे जिले में धारा 144 लागू है. वहीं अब हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस ने 10 स्पेशल टीम गठित की है. इस टीम में डीएसपी, टीआई, एएसआई समेत हेड कॉन्स्टेबल भी शामिल हैं.
आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई कर रही पुलिस : बलौदाबाजार जिले के पूर्व एसपी सदानंद कुमार ने बताया, “पुलिस की टीम आरोपियों की धड़पकड़ शुरु कर दिया है. सात एफआईआर दर्ज हुआ है, जिसमें 73 लोगों को अभी गिरफ्तार किया गया है. हमारी टीम अभी आरोपियों की धड़पकड़ में लगी है. पुलिस के वीडियो-फोटो सहित सीसीटीवी कैमरे आदि को देख आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है.”